हिन्दी रत्न 2012 – श्री विश्वनाथ

सन 2012 का हिन्दी रत्न सम्मान’ राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रबल पक्षधर, राजपाल एंड सन्ज़ के मुखिया एवं वरिष्ठ लेखक श्री विश्वनाथ को प्रदान किया गया।

हिन्दीरत्न से सम्मानित होने के उपरांत श्री विश्वनाथ जी ने हिन्दी भवन का आभार प्रगट करते हुए कहा कि यह सम्मान मेरे लिए अत्यंत मूल्यवान है।

भारतीय ज्ञानपीठ के निदेशक एवं लेखक श्री रवीन्द्र कालिया ने श्री विश्वनाथ के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संक्षिप्त प्रकाश डाला।

समारोह के अध्यक्ष, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं वरिष्ठ लेखक श्री बिशननारायण टंडन ने कहा कि राजधानी में पहली बार लीक से हट कर किसी हिन्दी-सेवी को सम्मानित किया गया है।

हिन्दी भवन के अध्यक्ष श्री त्रिलोकीनाथ चतुर्वेदी ने अपने आशीर्वचन में राजर्षि टंडन एवं पं. भीमसेन विद्यालंकार को याद करते हुए उनके अनेक संस्मरणों पर प्रकाश डाला।

समारोह का कुशल संचालन लोकप्रिय कवि श्री बालस्वरूप राही ने किया। हिन्दी भवन के मंत्री डॉ. गोविन्द व्यास ने सभी उपस्थित हिन्दीप्रेमियों का धन्यवाद किया।

समारोह में राजधानी के साहित्यकार, पत्रकार, बुद्धिजीवी, समाज सेवी और हिन्दी-प्रेमियों की काफी संख्या में गरिमामयी उपस्थिति रही।