सन 2014 का हिन्दीरत्न सम्मान’ राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रबल पक्षधर, अनेक भाषाओं के विद्वान, वरिष्ठ लेखक डॉ. एन. चन्द्रशेखरन नायर को प्रदान किया गया।
वरिष्ठ राजनेता श्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि विद्वता के हिसाब से इस समय देश में डॉ. एन. चन्द्रशेखरन नायर जैसे लोग बहुत कम होंगे। नायरजी हिन्दी के भक्त हैं।
समारोह के अतिविशिष्ट अतिथि केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त श्री प्रदीप कुमार ने टंडनजी एवं पं. भीमसेन विद्यालंकार के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा हिन्दी भवन सभी भाषाओं को सम्मान देता है, यह बहुत अच्छी बात है।
समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ. विरेन्द्र शर्मा ने कहा कि मैं हिन्दी भवन को साधुवाद देता हूं कि उन्होंने हिन्दीरत्न सम्मान के लिए डॉ. एन. चन्द्रशेखरन नायर को चुना।
हिन्दी भवन के अध्यक्ष श्री त्रिलोकीनाथ चतुर्वेदी ने राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन एवं पं. भीमसेन विद्यालंकार को याद किया और डॉ. नायर को हिन्दीरत्न बनने पर बधाई दी।
समारोह का कुशल संचालन श्रीमती प्रभा जाजू ने किया। हिन्दी भवन के मंत्री डॉ. गोविन्द व्यास ने सभी उपस्थित हिन्दीप्रेमियों का धन्यवाद किया।
समारोह में राजधानी के साहित्यकार, पत्रकार, बुद्धिजीवी एवं हिंदी सेवियों की काफी संख्या उपस्थिति रही।