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लोकप्रिय हास्य कविताएं
पत्नी को परमेश्वर मानो
आराम करो
साला ही गरम मसाला है
सास नहीं, भारत माता है
हाय, न बूढ़ा मुझे कहो तुम !
साली क्या है रसगुल्ला है
नई क्रांति
चले आ रहे हैं
पलकों पर किसे बिठाऊं मैं
‘एजी’ कहूं कि ‘ओजी’ कहूं
मामाजी
समधिन मेरी रसभीनी है
जूते चले गए
नहाऊं मैं
अनारी नर
धन्यवाद
भाभीजी नमस्ते