‘व्यंग्यश्री सम्मान’ 2001 – श्री गोपाल चतुर्वेदी

हिन्दी के प्रख्यात व्यंग्यकार श्री गोपाल चतुर्वेदी को पांचवां ‘व्यंग्यश्री सम्मान’ श्री वसंत साठे द्वारा प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध आलोचक डॉ. नामवर सिंह ने की। सान्निध्य रहा पं.गोपालप्रसाद व्यास का और प्रमुख वक्ता थे डॉ. कन्हैयालाल नंदन। इस अवसर पर सर्वश्री ओमप्रकाश आदित्य,अशोक चक्रधर और प्रभाकिरण जैन ने अपने काव्य-पाठ से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। श्री चतुर्वेदी का जन्म 15 जून, 1942 को लखनऊ में हुआ। श्री गोपाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय सहारा, इंडिया टुडे, नवभारत टाइम्स, दैनिक भास्कर, हिन्दुस्तान और साहित्य अमृत में नियमित व्यंग्य कॉलम लिख रहे हैं। इनकी चर्चित कृतियां हैं-‘अफसर की मौत’,’दुम की वापसी’,’खंभों का खेल’,’फाइल पढ़ि पढ़ि’,’आज़ाद भारत में कालू’,’दांत में फंसी कुर्सी’,’गंगा से गटर तक’और ‘राम झरोखे बैठके’।