अहिन्दीभाषी कलाकारों का अनूठा आयोजन ‘वन्देमातरम्’

‘हिन्दी भवन’ एवं ‘रसिक प्रिया’ के संयुक्त तत्वावधान में अहिन्दीभाषियों को हिन्दी से जोड़ने के लिए ‘वन्देमातरम्‌’ कार्यक्रम का आयोजन हिन्दी भवन सभागार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।

एक ओर जहां ग्वालियर घराने से संबंधित पंडित नरेन्द्रनाथ धर की शिष्या डॉ. चन्द्रिमा रॉय मजुंदार ने अपने सरोदवादन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, वहीं दूसरी ओर गुरुवायूर डॉ. टी. वी. मणिकंठन की शिष्या सुश्री ए. अक्षया ने अपने गायन से सभी का मन मोह लिया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में श्री मणिकंठन के शिष्यों की ‘वंदेमातरम्‌’ की अनूठी प्रस्तुति से सभी संगीत एवं साहित्य सुधीजन भावविभोर हो गए।

हिन्दी भवन के मंत्री एवं वरिष्ठ व्यंग्य कवि डॉ. गोविन्द व्यास एवं हिन्दी भवन की न्यासी श्रीमती इन्दिरा मोहन ने हिन्दी भवन की ओर से सभी कलाकारों को हिन्दी शब्दकोश भेंट किया।

कार्यक्रम में राजधानी के साहित्यकार, पत्रकार, बुद्धिजीवी एवं संगीतप्रेमी काफी संख्या में उपस्थित थे।